श्री मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के दरबार में श्री बालाजी महाराज अपने बाल रूप में विराजमान हैं| श्रद्धालुओं द्वारा श्री बालाजी महाराज जी, श्री भैरव बाबा और श्री प्रेतराज सरकार के एक साथ दर्शन करने से प्राप्त होने वाले इनके संयुक्त आशीर्वाद से कष्टों का निवारण होता हैं| देश दुनिया से अनेकानेक भक्त राहत पाने और दिव्य कृपा के लिए नियमित रूप से मंदिर में आते हैं। श्री बालाजी की भक्तों पर कृपा के कारण उनकी इस सिद्ध स्थान पर अनन्य श्रुद्धा है और हर साल श्रुद्धालुओं की संख्या बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है|
अंजनी के लाल, पवनपुत्र, और प्रभु श्री राम के परम भक्त श्री बालाजी महाराज सैकड़ों वर्ष पूर्व अपने बाल रूप में श्री मेहंदीपुर बालाजी में स्थित दो छोटी पहाड़ियों के बीच में स्वयं प्रकट हुए थे।
श्री बालाजी महाराज की प्रतिमा के चरणों में एक कुंड है, जिसका पवित्र जल कभी खत्म नहीं होता। इस प्रतिमा में एक रहस्य है कि श्री बालाजी महाराज के हृदय के पास एक बारिक जलधारा बूंद-बूंद करके बहती है। उसी पवित्र जल को भक्तों को वितरित किया जाता है, जिससे कस्ट दूर होते हैं और लाभ प्राप्त होता है। श्री बालाजी को चोला चढ़ जाने पर भी यह जलधारा बंद नहीं होती और निरंतर रूप से बहती रहती है।